वेदांता उदयपुर वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2025 के दूसरे दिन का सबसे बहुप्रतीक्षित पल वह था, जब भारतीय रॉक म्यूजिक का चर्चित बैंड यूफोरिया मंच पर उतरा. जैसे ही पलाश सेन और उनकी टीम ने अपने मशहूर हिंदी रॉक गीतों की धुन छेड़ी, पूरा गांधी ग्राउंड झूम उठा. हजारों की संख्या में मौजूद संगीत प्रेमियों ने तालियों और हूटिंग के साथ उनका स्वागत किया. उनके गानों पर सुर में सुर मिलाया.
यूफोरिया की प्रस्तुति की शुरुआत हुई उनके सबसे लोकप्रिय गीत “माएरी” से, जिसे सुनते ही दर्शक भावनाओं में बह गए.इसके बाद “धूम पिचक”, “आना मेरी गली”, “कभी आना तू मेरी गली” और “अब ना जा” जैसे सुपरहिट गानों ने माहौल को और भी जोशीला बना दिया.हर गाने के साथ दर्शकों की ऊर्जा बढ़ती गई. पूरा स्टेडियम उनके सुरों के साथ गूंज उठा. बैंड के लीड सिंगर डॉ. पलाश सेन ने कहा, उदयपुर में परफॉर्म करना हमेशा एक खास अनुभव होता है. यह शहर सिर्फ झीलों का ही नहीं, बल्कि संगीत और संस्कृति का भी गढ़ है.इस मंच पर गाना हमारे लिए गर्व की बात है.
हिंदी रॉक और लोक संगीत का मिला अनोखा संगम
यूफोरिया बैंड की प्रस्तुति खास इसलिए भी थी क्योंकि उन्होंने अपने रॉक संगीत में लोक संगीत की झलक भी जोड़ी.कुछ गानों में राजस्थानी लोक धुनों का प्रभाव सुनाई दिया, जिसने दर्शकों को पारंपरिक और आधुनिक संगीत का एक अनूठा संगम दिया. यूफोरिया के बाद मंच संभाला हंगरी के रोमानो ड्रोम ने, जिन्होंने जिप्सी संगीत की ऊर्जावान प्रस्तुति देकर रात का शानदार समापन किया.
उदयपुर ने दिया यादगार संगीत उत्सव का तोहफा
वेदांता उदयपुर वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2025 के दूसरे दिन का यह आयोजन संगीत प्रेमियों के लिए एक यादगार अनुभव बन गया यूफोरिया के हिंदी रॉक एंथम ने इस रात को खास बना दिया, जिसे उदयपुर के संगीत प्रेमी शायद कभी भूल नहीं पाएंगे. फेस्टिवल का आखिरी दिन और भी धमाकेदार होने की उम्मीद है. जहां भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियां दर्शकों का इंतजार कर रही हैं.
Udaipur News: यूफोरिया बैंड की धुनों पर झूमा उदयपुर, वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल में हिंदी रॉक का जादू – News18 हिंदी
