Saharanpur News: सिर्फ 8 साल की उम्र. लेकिन प्रभु राम के लिए भक्ति इतनी कि बड़े लोग भी हैरान हो जाएं. कहानी है बिहार के गया जिला निवासी यशराज की. उन्होंने मानव प्राणियों की सुख समृद्धि के लिए 2700 किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा की शुरुआत की है. यशराज ने अपनी यात्रा का आगाज 14 जनवरी 2025 को बिहार के गया जिले के प्रसिद्ध मंगला गौरी मंदिर से किया था.
जोकि जम्मू कश्मीर कटरा मां वैष्णो देवी मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी. यशराज इससे पहले तीन साइकिल यात्राएं और कर चुके हैं. इस साइकिल यात्रा को लेकर वो बताते हैं कि नशा केवल एक व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को नुकसान पहुंचाता है.
8 साल के बच्चे का कदम
यशराज का सपना है कि हर व्यक्ति नशा छोड़कर स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सके. साथ ही साथ लोग अधिक से अधिक पेड़ लगाए जिससे कि जीव जंतु और मानव जाति को बचाया जा सके. यह यात्रा उनके सपने को हकीकत में बदलने का प्रयास है. यशराज की इस यात्रा में उनके पिता प्रकाश कुमार गुप्ता अपने बच्चे की इस सोच को देखकर 6 साल की उम्र से यशराज की हर साइकिल यात्रा में सहयोग करते हैं.
श्री राम की भक्ति में लीन
यशराज ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि वह बिहार के जिला गया के रहने वाले हैं. उन्होंने मानव प्राणियों की सुख शांति के लिए 14 जनवरी को इस साइकिल यात्रा को शुरू किया था. यशराज बताते हैं कि इससे पहले वह तीन साइकिल यात्रा और कर चुके हैं. बिहार से शुरू हुई यात्रा बनारस, सीतामढ़ी, प्रयागराज, अयोध्या, हरिद्वार, ऋषिकेश होते हुए वह सहारनपुर पहुंची है. और अब सहारनपुर से निकलकर माँ वैष्णो देवी जम्मू कश्मीर के लिए रवाना होंगे.
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इससे पहले भी यशराज 9 दिन का उपवास रखकर अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में पहुंचे थे. लेकिन इस बार उनकी सबसे लंबी लगभग 3000 किलो मीटर की यात्रा है. आने वाले 10 दिनों में इस यात्रा को वह पूरी कर लेंगे. यशराज बताते हैं कि जब वह 6 साल के थे तो उनके मन में आया कि क्यों ना वह भगवान श्री राम की भक्ति में लीन होकर कुछ अच्छे कार्य करें. इसीलिए यशराज को राम भक्त भी कहा जाता है.
पिता कर रहे सहयोग
उनके पिता प्रकाश कुमार गुप्ता ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि उन्होंने पहले कभी इस यात्रा को बोला नहीं था, लेकिन उनका बच्चा यशराज बचपन से ही सनातन धर्म में लीन हो गया. और जब यह 6 साल का हुआ तो भगवान श्री राम के प्रति इसका स्नेह उभर कर आया. रात के 12:00 उठकर उसने अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा में साइकिल यात्रा से जाने को कहा. इसके बाद उन्होंने यशराज को सपोर्ट किया और साइकिल यात्रा कर अयोध्या पहुंचे. अब बच्चे की भावना को देखते हुए मानव प्राणियों के सुख समृद्धि के लिए इस साइकिल यात्रा को कर रहे हैं. इसके बाद यशराज बिहार से खाटू श्याम तक की साइकिल यात्रा करेगा.